दीपावली आ चुकी है,
अमावस का अँधेरा छँट गया है,
उजाले का आगमन हो रहा है,
ज्योति कलश छलक रहा है,
दीपावली आ चुकी है,
गणेश जी आये है चूहे पर,
लक्ष्मी की पायल खनकी,
विद्वता सरस्वती थामे, खड़ी हैं चौखट पर
दीपावली आ चुकी है,
प्रफुल्लित मन हो रहा है,
हार की हताशा नहीं है,
जीत का जश्न हर कहीं है,
दीपावली आ चुकी है,
चहुँओर दिया की जलती बाती है,
हर लबों पर दुआ आती है,
डाली फूलों को महकाती है,
दीपावली आ चुकी है.
बहुत सुन्दर।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर।
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