Saturday, April 28, 2018

खुशियों की खुदकुशी का नगर कुशीनगर

शीर्षक पढऩे के बाद आपका जेहन सीधे कुशीनगर के उस ट्रेन हादसे की तरफ मुड़ जाएगा, जिसमें 13 मासूमों की मौत हो गई. वीभत्स नजारा था. लापरवाही थी. संवेदनहीनता भी कही जाएगी. ड्राइवर से लेकर प्रशासन तक की. अब चौराहे पर उतरे हैं. सड़कों पर शोर है. सख्ती है. होनी भी चाहिए. लेकिन मामला आज ट्रेन हादसे का नहीं. जिक्र किसी और बात का है. उक्त हादसा तो एक ड्राइवर की लापरवाही से हुआ, लेकिन दूसरा जो हादसा हम बताने जा रहे हैं, वह संवेदनहीन की पराकाष्ठा का और पार करता हुआ नजर आता है. जानकर भी बाप अपने बेटे की गलती को दरकिनार कर देता है, लेकिन आज का निष्ठुर जमाना बेटे को शायद यह इजाजत नहीं देता है. बेटा जानता है कि यह मेरा पिता है. शरीर से सिर्फ हाड़ है. दिमाग सोचने का सामथ्र्य खो चुका है, और अर्थ. अर्थ की तो इसके बाद बात ही नहीं की जा सकती है, लिहाजा जिस बेटे की शक्ल देखकर वह सांसे लिया करता था, वही बेटा आज अपने बाप की शक्ल सिर्फ घर में देखकर आगबबूला हो उठा. आगे क्या हुआ, इसके लिए हमारे गेस्ट राइटर योगेश मिश्रा जी की मेरठ से कुशीनगर की स्पेशल न्यूज पर फोकस करिए...



पिता गिड़गिड़ाता रहा, बेटे पीटते रहे 
उसका पिता उससे रहम की भीख मांग रहा था, लेकिन बेटा बेदर्द होकर अपने ही बाप पर डंडे बरसा रहा था, वो पिता जिसने जिंदगी के हर मोड़ अपने बेटे की खुशियों के लिए सबकुछ न्यौछावर कर दिया था. जी हां आज के समाज की यह तस्वीर है जिसे हम और आप सभ्य समाज के रूप में परिभाषित करते हैं. संसाधनों के इस युग में संवेदनाएं कितनी सिमट गई है. यूपी के कुशीनगर जिले की ये तस्वीरें सवाल उठा रही हैं. वाकई क्या आज के समाज का ताना-बाना इतना कमजोर हो गया है, कि एक बेटा अपने पिता पर डंडे बरसाने से भी नहीं चूकता है. आइए जरा इस कहानी को समझते है.ं

पिता को ही घर से निकाला 
बताते हैं कुशीनगर जिले के नौका टोला इलाके में नुरूल इस्लाम उर्फ हत्थू के दो बेटे हैं. जब उनके शरीर में ताकत रही तो उन्होंने अपने बेटों को कोई कमी नहीं होने दी. लेकिन उम्र के अंतिम पड़ाव में दोनों बेटों ने ही उनको घर से निकाल दिया. चार साल पहले उन्हें दोनों बेटों-मोनू व रहीम ने घर से भगा दिया था. हालांकि हत्थू की दिमागी हालत ठीक नहीं है, बीते दिनों जब हत्थू अपने घर आया तो उनके बेटों ने उसे रस्सी से बांधकर सड़क पर डंडों से पिटाई कर दी. हालांकि इस दौरान आसपास के लोग बचाने भी आए, लेकिन बेरहम बेटा अपने बाप को पीटता रहा.

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